पुदीना के फायदे : गर्मियों में पुदीना के इतने सारे फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे

पुदीना के फायदे : गर्मियों के लिए पुदीना एक फायदेमंद औषधि के रूप में जाना जाता है यह कई सारी health संबंधित समस्याओं को सॉल्व करने में काफी ज्यादा मदद करता है

पुदीना के फायदे

पुदीना एक बहुत ही मशहूर औषधि है ये चुइंगम कैंडी टूथ पेस्ट माउथवॉश में स्वाद लाने के लिए अति लोकप्रिय है। परन्तु क्या आप जानते हैं स्वाद लाने के साथ साथ ये है आपके सेहत में भी सुधार लाता है। यह चिकित्सा जगत में प्रचलित रूप से अरोमाथेरेपी में उपयोग किया जाता है। आप पुदीने का इस्तेमाल पत्ते, तेल, चाय आदि रूप में भी कर सकते हैं।

पुदीना के गुण

पुदीना (mint) शरीर और मन पर ठंडा और शांत प्रभाव डालता है। इसके मुख्य वजह है मेन्थॉल, पुदीना, मैंगनीज, तांबा और विटामिन सी का बहुत इसके अलावा यह ऐंटीऑक्सिडेंट, जीवाणुरोधी, एंटीवायरल आदि गुणों की वजह से भी जाना जाता है। स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए आपको पुदीने से बनी चाय, सूप, सलाद इत्यादि का भी सेवन कर सकते हैं। उधर लोगों के लिए पुदीना बहुत ही कारगर साबित होता है। पेट दर्द, ब्लॉटिंग इत्यादि रोगों में यह बहुत फायदेमंद है। इन टेबल बाउल सिंड्रोम जैसे भयंकर रोग में भी यह बहुत फायदा पहुंचाता है।

पुदीने के तेल के फायदे

सर दर्द के लिए फायदेमंद है पुदीना : पुदीने के तेल mint oil से चार सप्ताह तक उपचार करने से आईबीएस रोगों को दूर किया जा सकता है। आईबीएस जिनके लक्षणों को राहत पाने के लिए रोजाना दिन में दो या तीन बार पुदीने की चाय अवश्य पिजिए सर दर्द में भी बहुत लाभकारी है। पुदीना पुदीना अलग अलग तरह के सिरदर्द में आराम दिलाने में भी सहायक होता है, विशेष रूप से यह माइग्रेन तनाव से संबंधित सिर दर्द के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

इसे भी पढ़ें : अजवाइन का पानी पीने के फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे आप

इसमें कुछ खास अनिल जैसी प्रभाव होते हैं जो दर्द को कम करने में सक्षम होती है। यह रक्त प्रवाह में सुधार लाता है, तनावग्रस्त मांसपेशियों को शांत करता है। मोदी ने की तेल की मनोहर सुगंध समय शक्ति और एकाग्रता पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। माइग्रेन का दर्द या फिर सर दर्द अगर बहुत ज्यादा है

पुदीने के तेल के फायदे, उपयोग : तो जोजोबा का तेल और जैतून के तेल में से कोई एक तेल ले के उसमें तीन से पांच बूंदें पड़ने की तेल की मिलाईये अपनी गर्दन के पिछले हिस्से कनपटी पर लगाए। 5-10 मिनट के लिए मसाज कीजिए और इसके तेल की सुगंध का आनंद लीजिए। इसकी सुगंध भी सिर दर्द पर बहुत सकारात्मक प्रभाव डालती है। जल्द ही आपको सिर्फ दर्द से मुक्ति मिल जाए।

पुदीना चाय के फायदे : आप एक कप पुदीने की चाय भी सर दर्द में पी सकते हैं। इससे भी बहुत फायदा मिलता है। पुदीना उबकाई और उल्टी रोकने में भी बहुत फायदेमंद होता है। यह पाचन क्रिया के लिए आवश्यक इंजाइम्स को सक्रिय करता है, जिससे उबकाई और उल्टी बहुत हद तक कम हो जाती है। उबकाई को कम करने के लिए पुदीना से बनी हुई चाय को आप धीरे धीरे पीजिये आप पुदीना (mint) की कैंडी भी खा सकते हैं या फिर पुदीने के तेल की कुछ बूंदें एक रूमाल पर रखकर सुन भी सकते हैं।

स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है पुदीना : मौखिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। पुदीना में ऐंटी बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। जो मुँह में बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं, दाँतों की सड़न व मसूड़े की बिमारी से भी हमारी रक्षा करता है। इसके अलावा यह हमारी सांस को भी तरोताजा रखता है और सांस की बदबू को भी दूर करता है। मौखिक विचारों को दूर करने के लिए रोजाना चार पांच पौधे की पत्तियाँ आवश्यक चबाये आप पुदीने की चाय का कुल्ला भी कर सकते हैं। पुदीना मैं अस्थमा और एलर्जी से लड़ने के गुण आपको हैरान कर देंगे यह कफ को कम करता है

पुदीना के चमत्कारी फायदे

और फेफड़े, वायु नली और श्वसन नलियों से बलगम को बाहर निकालकर अस्थमा के लक्षणों से राहत दिलाता है। यह एक अच्छा रिलैक्सेंट है और अलर्जी के मौसम के दौरान या अलर्जी या अस्थमा के लक्षणों से राहत दिलाता है। इसके अलावा पुदीना में ऐंटी इंफ्लेमेंट्री, ऐंटीऑक्सिडेंट और रोगाणुरोधी गुण भी होते हैं, जो अलर्जी की प्रक्रियाओं को रोकने में मदद करते हैं।

हमें इंस्टाग्राम पर फॉलो करें

एलर्जी, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा से बचाव के लिए रोजाना कुछ कप पुदीने की चाय आवश्यक पिजिए। पुदीने की तेल की कुछ बूंदें नारियल के तेल में मिक्स करके अपने छाती नाक गर्दन पर लगाएं। इससे आपको सांस लेने में आसानी होगी। आप यही प्रक्रिया साइनस के उपचार के लिए भी उपयोग में ला सकते हैं। यदि आप कब से ग्रस्त हैं तो एक कंटेनर में गर्म पानी डालें, उसमें कुछ बूंदें पुदीने की तेल की डालकर आप भाप लीजिए। इससे भी निश्चित रूप से आपको फायदा होगा।

मांसपेशियों के दर्द के लिए पुदीना : (mint) मांसपेशियों के दर्द में भी बहुत फायदेमंद है पुदीना में एंटी इंफ्लामेट्री गुण भी पाए जाते हैं जो मांसपेशियों में हो रहे दर्द से राहत दिलाने में सहायक होते हैं। पुदीना मांसपेशियों में रक्त प्रवाह को बढ़ाकर दर्द को कम करता है। मेन्थॉल को देनी की आवश्यक तत्वों में से एक है जो मांसपेशियों में हो रही सूजन को शांत करने में प्रभावित गुण रखता है। मांसपेशियों में हो रही दर्द से छुटकारा पाने के लिए जैतून के तेल या फिर बादाम के तेल में पुदीना का तेल मिलाकर प्रभावित क्षेत्र पर आराम से हल्के हाथ से मालिश कीजिए। निश्चित रूप से आपको फायदा मिलेगा।

आप प्रभावी मांसपेशियों पर पुदीना युक्त मरहम भी लगा सके पाचन क्रिया को सुधारने में पुदीना का बहुत उत्तम प्रयोग माना गया है। पुदीना बहुत ही प्रचलित रूप से अपच का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद करता है। पित्त तरह का प्रभाव को बढ़ाता है और समग्र पाचन क्रिया में सुधार लाता है। यह पाचन क्रिया को उत्तेजित करने के लिए पांच इंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ा देता है। पाचन क्रिया में सुधार लाने के लिए रोजाना कुछ कप पुदीने की चाय आवश्यक पीजीए।

अपच के लिए पुदीने का तेल : अपच के उपचार के लिए एक गिलास गर्म पानी में पुदीने के तेल की कुछ बूँदें डाले और खाना खाने के बाद आप इसे पी सकते हैं। निश्चित रूप से पेट के रोग में आपको फायदा दूषित खान-पान और आहार विहार के चलते आजकल युवाओं में मुंहासों की समस्या बहुत अधिक पाई जाती है। पुदीने का रस मुंहासों के लिए बहुत कारगर साबित होता है।

खुजली के लिए पुदीने का रस : पुदीने में प्रबल एंटीइन्फ्लामेट्री, जीवाणुरोधी और एंटी ऑक्सिडेंट गुण पाए जाते है । जो मुँहासे वाली त्वचा पर चमत्कारी रूप से प्रभाव दिखाते है यह शिबम के उत्पादन को कम करने में मदद करता है यह खुजली और संक्रमित त्वचा को शांत करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

पुदीना के पत्ते के फायदे : पुदीने के ताजा निकालते हुए रस को अपनी त्वचा पर रगड़ें 10 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर ठंडे पानी से उस त्वचा को धो लीजिए। निश्चित रूप से मुंहासों में फायदा मिलेगा। प्रभावित क्षेत्र पर दिन में तीन या चार बार आप लगा सकते है

लंबे घने बालों के लिए पुदीना का तेल : पुदीना आपके बालों के विकास के लिए भी बहुत फायदेमंद और कारगर माना जाता है। यह बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है। रूसी को भी यह बालों से दूर करता है। उसका जमकर विरोध करता है। ये सिर की त्वचा के पीएच स्तर को भी संतुलित रखने में बहुत मदद करता है।

बालों के विकास में वृद्धि लाने के लिए पुदीने के तेल की कुछ बूंदें जैतून के तेल, नारियल के तेल या फिर अपनी पसंद के किसी अन्य तेल में ही उनको मिलाइए। इस मिश्रण से अपने बालों और सिर की मालिश करें और कम से कम आधा घंटे के लिए अपने बालों को छोड़ दीजिए। उसके बाद इसे शैंपू कर दिया हो सकते।इस प्रक्रिया को हर सप्ताह या सप्ताह में दो बार आप दोहराइये निश्चित रूप से बालों के विकास में बहुत अधिक मदद मिलेंगे।

तनाव में राहत देता है पुदीना का तेल : पुदीने की महक आपको तनाव से मुक्त कराती है। साथ ही साथ यह आपके मानसिक थकान को भी दूर करती है। इसके अलावा इसका शांत कर देने वाला स्वभाव आपको रिलैक्स करने में तो अच्छे से सोचने में भी मदद करता है। तो जब अगली बार आप स्टेटस से पीड़ित हो तो एक रुमाल पर पुदीने की कुछ बूंदें गिराएं।और उसके मनोहर महक को सुन कर अच्छा महसूस करें। ये आपके मस्तिष्क को तरोताजा जाता है और तनाव के लेवल को भी कम करता है।

थकान दूर करता है पुदीना का तेल : अपने नहाने के पानी में पुदीने की कुछ ताजा पत्तियाँ या फिर पुदीने के तेल की कुछ बूंदें मिलाइये और उससे स्नान करने से आप और अधिक तरोताजा महसूस करेंगे और शरीर की थकान बहुत जल्दी कम होने लगेगी। ये तो थे पुदीने से होने वाले फायदे अब जानते हैं पुदीना किस प्रकार हमारे लिए नुकसानदायक हो सकता है?

पुदीना के नुकसान

हालांकि आम तौर पर पुदीने का सेवन करना सुरक्षित माना जाता है। इसका इस्तेमाल थोड़ी मात्रा में ही करना चाहिए। इसमें किसी भी रोग का इलाज करने के लिए प्रयोग करने से पहले आप डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं। जिन लोगों की पित्त की पथरी की बिमारी है या इतिहास है, उन लोगों को पुदीने का सेवन करने से बचना चाहिए।बहुत ज्यादा मात्रा में पुदीना लेने से यह किडनी के रोग भी पैदा कर सकता है

निष्कर्ष

पुदीना को एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाना जाता है और यह कई सारी बीमारियों से हमारी रक्षा करता है लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं इसलिए इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह लेकर ही करना चाहिए उम्मीद है पुदीना का रस पुदीना के पत्ते और पुदीना के तेल के बारे में आपको सभी जानकारी अच्छी तरह से प्राप्त हुई होगी यदि जानकारी अच्छी लगी तो अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ भी शेयर करें धन्यवाद