अश्वगंधा के फायदे और नुकसान Ashwagandha Benefits In Hindi

अश्वगंधा के फायदे: अश्वगंधा एक प्राचीन जड़ी बूटी है जिसका उपयोग कई सारे रोगों का उपचार करने के लिए किया जाता है चलिए इसके फायदे और नुकसान के बारे में जानते हैं

अश्वगंधा एक प्राकृतिक जड़ी बूटी है जो सिर्फ भारतीय संस्कृति में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अधिक मात्रा में उपयोग की जाती है या कई सारे रोगों का उपचार करने के लिए फायदेमंद होती है लेकिन क्या आप जानते हैं अश्वगंधा का नाम अश्वगंधा क्यों पड़ा तो चलिए हम बताते हैं जैसा की आप सभी नाम से ही समझ सकते हैं कि यह दो शब्दों से मिलकर बना है अश्व और गंधा. यानी कि एक ऐसी जड़ी-बूटी जिसमें से घोड़े की गंध आती है उसे अश्वगंधा के नाम से जाना जाता है खास तौर पर यह पौधों के करीब बहुत ही तेज होती है

Table of Contents

What is Ashwagandha in Hindi | अश्वगंधा क्या होता है?

अश्वगंधा एक प्राचीन जड़ी बूटी है जिसका उपयोग हजारों वर्षों से आयुर्वेदिक दवाओं के रूप में किया जाता है यह मानव शरीर में कई सारी बीमारियों को दूर करने के लिए प्रसिद्ध है इसे अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नाम से भी जाना जाता है यह पुरुषों और महिलाओं से संबंधित सभी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है इसीलिए इसका उपयोग कई सारी बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है मुख्य रूप से अश्वगंधा के जड़ों का उपयोग बीमारियों के लिए किया जाता है यह भारतीय जिनसेंग और शीतकालीन चेरी के रूप में भी प्रसिद्ध है

अश्वगंधा के कई सारे फायदे हैं और कई सारे नुकसान भी हैं अश्वगंधा को भारतीय जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है और अश्वगंधा को अंग्रेजी में विंटर चेरी के नाम से जाना जाता है अश्वगंधा किन लोगों को उपयोग करना चाहिए किन रोगों के लिए लाभकारी होता है और अश्वगंधा के क्या फायदे हैं चलिए इसे हम विशेष रूप से समझते हैं और जानते हैं अश्वगंधा के फायदे और नुकसान के बारे में

अश्वगंधा के फायदे और नुकसान

अश्वगंधा के फायदे– अश्वगंधा का उपयोग दवाई के रूप में इसके पौधों की जड़ों का उपयोग किया जाता है साथ ही साथ या बाजार में बहुत ही आसानी से उपलब्ध होता है इसके अन्य भागों को भी आसानी से खरीदा जा सकता है अश्वगंधा का उपयोग करने से व्यक्ति के अंदर घोड़े जैसी ताकत घोड़े जैसा बल प्राप्त होता है अश्वगंधा के अंदर कई सारी बीमारियों को खत्म करने वाले गुण (अश्वगंधा के फायदे)पाए जाते हैं

जैसे कि ब्लड शुगर को कम करना कैंसर से लड़ने की क्षमता तनाव और चिंता को कम करने वाले गुण और पुरुषों के अंदर प्रजनन क्षमता को विकसित करने वाले गुण भी मौजूद होते हैं साथ ही साथ यह अस्थमा गठिया जैसी बीमारियों को दूर करने के लिए भी जाना जाता है अश्वगंधा एंटीऑक्सीडेंट की कमी को दूर करने के लिए सहायक होता है और इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायता करता है अश्वगंधा के अंदर कुछ जीवाणु रोधी और रोगाणु रोधी गुण भी होते हैं

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अश्वगंधा के फायदे

अश्वगंधा मटमैला रंग मैं दिखाई देने वाली जड़ी बूटी है अश्वगंधा लघु होता है स्निग्ध होता है अश्वगंधा मीठा कड़वा और तीखा 3 गुणों से भरपूर होता है यानी कि जब भी कोई व्यक्ति अश्वगंधा का सेवन करता है तो उसे यह तीनों स्वाद मिले-जुले भाव में महसूस होते हैं अश्वगंधा की तासीर गर्म होती है और तासीर गर्म होने के कारण ही यह कफ दोष और वात दोष का दमन करने के लिए सहायक माना जाता है अश्वगंधा शरीर को ताकत प्रदान करता है अश्वगंधा को रासायनिक औषधि के रूप में भी जाना जाता है यानी कि अश्वगंधा एक रसायन है जो उम्र को बढ़ाने में सहायक होता है और अश्वगंधा के फायदे अनगिनत है

अश्वगंधा कौन कौन सी बीमारी में काम आता है?

अश्वगंधा का प्रयोग करने से पहले आपको यह जरूर जान लेना चाहिए कि अश्वगंधा के फायदे क्या है? अश्वगंधा का उपयोग किन लोगों को करना चाहिए? या फिर अश्वगंधा का उपयोग कौन सी बीमारी में किया जाता है? अश्वगंधा उन व्यक्तियों के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होती है जिन व्यक्तियों की याददाश्त कमजोर होती है नाड़ी शोधन के लिए अश्वगंधा के फायदे अविश्वसनीय है यानी कि अश्वगंधा नाड़ी शोधन यादाश्त को बढ़ाने के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होता है इसी के साथ यह और भी कई अन्य बीमारियों के लिए भी लाभदायक होता है

अश्वगंधा के फायदे (ashwagandha benefits)

अश्वगंधा का उपयोग हजारों वर्षों से यूनानी आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जा रहा है यह महिलाओं और पुरुषों में समान रूप से फायदेमंद होता है लेकिन ज्यादातर अश्वगंधा के फायदे पुरुषों के लिए अधिक लाभदायक होते है अश्वगंधा के फायदे पुरुषों के लिए काफी ज्यादा आश्चर्यजनक है चलिए जानते हैं कि पुरुषों के अंदर वह कौन-कौन सी समस्याएं होती हैं या फिर वह कौन कौन से रोग होते हैं जिनके लिए अश्वगंधा अधिक फायदेमंद होता है

तनाव को दूर करता है अश्वगंधा

अश्वगंधा के फायदे (ashwagandha benefits):आज के संबंध में तनाव की समस्या हर दूसरे व्यक्ति को होती है ऐसे में अश्वगंधा का अर्क काफी ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि अश्वगंधा का अर्क शरीर में कॉर्टिसोल के स्तर को कम करने के लिए सहायक होता है जिसके कारण तनाव से मुक्ति मिलती है अश्वगंधा में स्ट्रेस को कम करने वाले गुणों के कारण यदि कोई भी व्यक्ति समान रूप से नियमित तौर पर अश्वगंधा के अर्क का सेवन करता है तो वह बहुत ही जल्द स्ट्रेस से छुटकारा पा सकता है

कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए अश्वगंधा

अश्वगंधा के अंदर कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं क्योंकि कार्बनिक अश्वगंधा की जड़ों में इन्फ्लैमटॉरी और एंटी-ऑक्सीडेंटल गुण मौजूद होता है अश्वगंधा के अंदर हाइपोलिपिडेमिक गुण मौजूद होता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए सहायक होता है यह ब्लड शुगर के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है जिन व्यक्तियों को ब्लड शुगर की समस्या होती है और उनका शुगर लेवल कंट्रोल नहीं रहता है बार-बार शुगर लेवल बढ़ जाता है ऐसे व्यक्तियों को कोलेस्ट्रॉल कम करने की सलाह दी जाती है उन व्यक्तियों के लिए अश्वगंधा काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है

कैंसर के लिए अश्वगंधा के फायदे

अश्वगंधा कैंसर के सेल्स को भी खत्म करने में सहायता करता है जिससे कैंसर होने की संभावना बहुत अधिक हद तक कम हो जाती है यह मनुष्य के शरीर में ट्यूमर की कोशिकाओं के प्रसार को कम करने में सहायक होता है जिसके कारण कैंसर की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है साथ ही साथ यह रेडिएशन थेरेपी के प्रभाव को भी बढ़ाता है जिसके कारण इसके द्वारा होने वाले साइड इफेक्ट को कम करता है और कैंसर की संभावना कम हो जाती है अश्वगंधा के अंदर विथानोन (withanon) नामक तत्व पाया जाता है जो कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने में सहायता करता है

गठिया के लिए फायदेमंद है अश्वगंधा

अश्वगंधा गठिया रोग के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है यह एक दर्द निवारक है जो दर्द के संकेतों को नियंत्रित करने के लिए और तंत्रिका तंत्र पर भेजने से रोकने के लिए सहायक होता है इसके अंदर कुछ इन्फ्लैमटॉरी गुण मौजूद होते हैं साथ ही साथ यदि गठिया का इलाज करने के लिए अश्वगंधा के चूर्ण का उपयोग किया जाए तो यह काफी ज्यादा फायदेमंद होता है गठिया रोग के लिए अश्वगंधा के चूर्ण को पानी में मिलाकर सुबह-शाम पीना चाहिए यह काफी ज्यादा फायदा पहुंचाता है

इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अश्वगंधा के फायदे

ज्यादातर लोगों में इम्यूनिटी पावर की कमी होती है जिसके कारण उन्हें बार बार सर्दी जुकाम या बुखार होने की समस्या लगी रहती है ऐसे में अश्वगंधा रामबाण उपाय है जो इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने में सहायता करता है क्योंकि अश्वगंधा के अंदर इम्यून सिस्टम एक्टिविटी मौजूद होती है जो इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने में मदद करती है रक्त के अंदर मौजूद श्वेत रक्त कोशिका और लाल रक्त कोशिका के अकाउंट को बढ़ाने में अश्वगंधा काफी ज्यादा मदद करता है जिसके कारण इम्यूनिटी पावर मजबूत होती है इम्यूनिटी पावर को मजबूत करने के लिए अश्वगंधा गिलोय और आंवला काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है

प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है अश्वगंधा (अश्वगंधा के फायदे)

ऐसा माना जाता है कि अश्वगंधा और शिलाजीत का मिश्रण प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है यह टेस्ट्रॉन के स्तर को बढ़ाता है और इसी के साथ यह शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने में भी काफी ज्यादा मदद करता है जिसके कारण शुक्राणु की गतिशीलता में वृद्धि होती है और वीर्य की गुणवत्ता में भी काफी ज्यादा सुधार होता है यही कारण भी रहा है कि सदियों से लोग अश्वगंधा का उपयोग प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए उपयोग करते आ रहे हैं

हृदय रोगों के लिए लाभदायक है अश्वगंधा

अश्वगंधा हृदय रोग के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसके अंदर उच्च रक्तचाप को कम करने के गुण पाए जाते हैं साथ ही साथ या अधिक केलोस्ट्रोल की मात्रा को कम करता है इसी के साथ यदि किसी व्यक्ति को दिल की बीमारी है तो उसके लिए भी अश्वगंधा काफी ज्यादा फायदेमंद होता है हमेशा छाती में दर्द बना रहता है उसे दूर करने में भी अश्वगंधा काफी ज्यादा मदद करता है हृदय रोग के लिए एक चम्मच अर्जुन की छाल को एक कप पानी में डालकर उबालना चाहिए और इसे गर्म दूध के साथ पीना चाहिए जिससे हृदय की समस्याएं कम होती हैं और कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी काफी हद तक कम हो जाता है

याददाश्त बढ़ाने के लिए अश्वगंधा के फायदे

मस्तिष्क की कार्य प्रणाली में सुधार करने के लिए अश्वगंधा काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है ऐसे में शिलाजीत भी यादाश्त के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होती है यदि किसी व्यक्ति को किसी भी दुर्घटना के कारण या फिर किन्हीं अन्य समस्याओं के कारण मस्तिष्क की समस्या हो जाती है तो ऐसे में यह काफी ज्यादा सहायता करता है अश्वगंधा मस्तिष्क में एंटी ऑक्सीडेंट की गतिविधि को बढ़ावा देता है जिसके कारण तंत्रिका के अंदर हानिकारक मुक्त कणों से मुक्ति मिलती है और यादाश्त भी मजबूत होती है

यदि किसी व्यक्ति कोई याददाश्त से संबंधित समस्या है या फिर बच्चों को पढ़ने लिखने में समस्या होती है और वह कितनी भी चीजों को बार-बार भूल जाते हैं तो ऐसे में आप अपने चिकित्सक से सलाह लेकर अश्वगंधा का उपयोग कर सकते हैं

एंजायटी को दूर करने के लिए लाभदायक है अश्वगंधा (अश्वगंधा के फायदे)

एंजायटी को दूर करने के लिए अश्वगंधा के ऊपर कई सारे प्रयोग किए गए जिनमें सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त हुए हैं इसी तरह से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के द्वारा एक परीक्षण किया गया था जिसमें सकारात्मक रूप से यह परिणाम आया कि अश्वगंधा एंजायटी और डिप्रेशन को दूर करने के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है एंजायटी और डिप्रेशन को दूर करने के लिए उपयोग की जाने वाली अन्य दवाओं की तुलना में अश्वगंधा के फायदे काफी ज्यादा चमत्कारी हैं जिनका उपयोग बिना किसी नुकसान किया जा सकता है

मसल्स वृद्धि के लिए सहायक है अश्वगंधा

ज्यादा ढीली मांसपेशियां अच्छी नहीं लगती हैं कई बार मसल्स के निचले भाग की मांसपेशियां लटक जाती हैं जिसकी वजह से लोगों को काफी ज्यादा निराशाजनक स्थिति का सामना करना पड़ता है ऐसे में अश्वगंधा आपके लिए एक बेहतर औषधि साबित हो सकती है क्योंकि यह मांसपेशियों की ताकत को सुधार करने और मसल्स की वृद्धि के लिए काफी ज्यादा सहायता करता है

शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक होता है अश्वगंधा

शुगर के स्तर को कम करने में भी अश्वगंधा को काफी ज्यादा महत्व दिया जाता है क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करता है जिसके कारण ब्लड शुगर को लेवल में रखने में काफी ज्यादा सहायता मिलती है जिन व्यक्तियों को ब्लड शुगर की समस्या होती है उन्हें अपने चिकित्सक से सलाह लेकर अश्वगंधा का उपयोग करना चाहिए

डायबिटीज को कम करने के लिए अश्वगंधा के ऊपर कई सारे रिसर्च किए गए और लगातार डायबिटीज को कम करने के लिए अश्वगंधा का उपयोग किया जाता है जिसके लिए अश्वगंधा के रिसर्च में यह पाया गया कि अश्वगंधा की पत्तियों और जड़ों के अंदर फ्लेवोनॉयड्स का उपयोग डायबिटीज को खत्म करने में सहायक होता है अश्वगंधा के अंदर पाए जाने वाले anti-diabetic और antihyperlipidemic गुण ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में सहायक होते हैं

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यूरिनोजेनिटल, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और श्वसन पथ के संक्रमण के लिए लाभदायक

अश्वगंधा के फायदे– अश्वगंधा मानव शरीर में कई सारी बीमारियों के लिए वैसे तो काफी ज्यादा फायदेमंद होता है साथ ही साथ इसके अंदर कई सारे एक्टिव एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं जिसके कारण यूरिनोजेनिटल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और श्वसन पथ से संबंधित बीमारियों को भी खत्म करने में काफी ज्यादा सहायता करता है यही कारण है कि अश्वगंधा का उपयोग मौखिक रूप में भी किया जा सकता है

मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए सहायक है अश्वगंधा

ऐसा माना जाता है कि यदि आप शिलाजीत का उपयोग करते हैं तो यह मांसपेशियों को मजबूत करने और बनावट को बेहतर करने में सहायता करता है साथ ही साथ यदि आप अश्वगंधा का उपयोग करते हैं तो यह मांसपेशियों को मजबूत करने में सहायक होता है इसलिए जो व्यक्ति अपनी मसल्स को बेहतर बनाना चाहते हैं उन्हें अश्वगंधा और शिलाजीत दोनों का उपयोग समान मात्रा में करना चाहिए

मोटापा कम करने के लिए अश्वगंधा के फायदे

अश्वगंधा मोटापे को कम करने के लिए भी काफी ज्यादा सहायक होता है यदि आप अश्वगंधा और शिलाजीत का सेवन नियमित रूप से करते हैं तो यह आपके शरीर में मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में सहायक होता है और साथ ही साथ यह पेट की चर्बी को कम करने में सहायता करता है यदि आप मोटापा कम करना चाहते हैं तो आपको रोजाना सुबह के समय अश्वगंधा और शिलाजीत का सेवन करना चाहिए जिसके कारण आप अपने शरीर के बढ़ते हुए वजन को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं शिलाजीत के साथ अश्वगंधा के फायदे काफी हद तक बढ़ जाते हैं

यूरिन इन्फेक्शन को दूर करता है अश्वगंधा (अश्वगंधा के फायदे)

यूरिन इन्फेक्शन के मामलों में भी अश्वगंधा के फायदे काफी ज्यादा चमत्कारी साबित होते हैं अश्वगंधा में एंटीबायोटिक रियल गुण और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं जो यूरिन के संक्रमण से बचाव करने में काफी ज्यादा सहायक होते हैं साथ ही साथ इनके कारण होने वाले संक्रमण जैसे कि चिड़चिड़ापन खुजली और दर्द की समस्या को भी दूर करने में सहायक होते हैं

अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए

अश्वगंधा का सेवन इम्यूनिटी पावर को बूस्ट करने के लिए काफी ज्यादा मददगार माना जाता है क्योंकि यह वाइट ब्लड सेल्स और रेड ब्लड सेल्स दोनों को बढ़ाने में काफी ज्यादा मदद करता है जिसके कारण इम्यूनिटी पावर तो बढ़ती है साथ ही साथ मानसिक तनाव भी दूर होता है अश्वगंधा महिलाओं के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है अश्वगंधा लिकोरिया जैसी बीमारी को भी खत्म करने में काफी ज्यादा सहायक होता है ऐसा माना जाता है कि यदि आंखों की रोशनी कमजोर हो गई है तो दूध के साथ अश्वगंधा का सेवन करने से आंखों की रोशनी भी तेज होती है

अश्वगंधा के नुकसान

हालांकि जिस तरह से अश्वगंधा के फायदे काफी ज्यादा आश्चर्यजनक है उसी तरह से अश्वगंधा के नुकसान भी होते हैं

  • यदि आप अधिक मात्रा में अश्वगंधा का उपयोग करते हैं तो यह आपको बुखार दर्द और थकान की समस्या भी उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार हो सकता है अश्वगंधा का अधिक सेवन आपके पेट के लिए भी नुकसानदायक साबित हो सकता है
  • यदि आप अश्वगंधा का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो यह आपको डायरिया और लूज मोशन की समस्या भी उत्पन्न कर सकता है
  • अधिक मात्रा में अश्वगंधा का सेवन आपके ब्लड प्रेशर को भी प्रभावित कर सकता है यदि आप अश्वगंधा का सेवन चिकित्सक के द्वारा सुझाए गए मात्रा से अधिक कर रहे हैं तो यह आपको ब्लड प्रेशर की समस्या से रूबरू करवा सकता है इसलिए आपको अधिक मात्रा में अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए
  • अश्वगंधा का अधिक मात्रा में सेवन जी मिचलाना और उल्टी जैसी समस्या के लिए भी जिम्मेदार हो सकता है
  • यदि आप बहुत अधिक मात्रा में अश्वगंधा का सेवन करते हैं तो यह आपकी नींद को भी प्रभावित कर सकता है जिसके कारण नींद ना आने की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है

अश्वगंधा का सेवन विधि

अश्वगंधा की सेवन विधि और अश्वगंधा के फायदे: अश्वगंधा का सेवन या खुराक अलग-अलग लोगों पर अलग-अलग मापन के अनुसार निर्धारित किया जाता है जिसका कोई विशिष्ट मानक किसी भी प्रकार से उल्लेख नहीं किया गया है लेकिन अश्वगंधा का उपयोग साधारण रूप से 450 मिलीग्राम से 2 ग्राम तक की खुराक में उपयोग किया जा सकता है साथ ही साथ अश्वगंधा के कैप्सूल या पाउडर का उपयोग अपने चिकित्सक की सलाह लेकर कर सकते हैं यदि आप पाउडर का उपयोग कर रहे हैं तो इसे एक से दो चम्मच की मात्रा में या 5 से 6 ग्राम पाउडर लेने की सलाह दी जाती है इसका उपयोग करने से पहले आपको अपने चिकित्सक से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए

FAQ

अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग समय अश्वगंधा के फायदे के लिए निर्धारित किया गया है जिसमें ब्लड शुगर के लिए ढाई सौ मिलीग्राम अश्वगंधा और तनाव की स्थिति में 500 से 600 मिलीग्राम अश्वगंधा 1 महीने तक इसी प्रकार प्रजनन क्षमता में वृद्धि करने के लिए कम से कम 3 महीने से 6 महीने तक 5 ग्राम अश्वगंधा का सेवन उचित होता है

जैसा कि हम सभी जानते हैं अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है इसीलिए इसमें किसी भी विशेष प्रकार की हिदायत नहीं दी जाती है लेकिन अश्वगंधा को लेते समय कुछ विशेष परिस्थितियों महिलाओं के ऊपर तथा पुरुषों के ऊपर भी निर्भर करती हैं इसलिए चिकित्सक से सलाह जरूर लेनी चाहिए

अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है जो महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग परिस्थितियों में कई बीमारियों के लिए फायदेमंद होती है यह उच्च रक्तचाप को कम करने ह्रदय संबंधी बीमारियों के लिए और प्रजनन क्षमता की वृद्धि के लिए फायदेमंद होती है

अश्वगंधा की तासीर गर्म होती है इसीलिए कुछ विशेष परिस्थितियों के लिए यह नुकसानदायक भी साबित हो सकती है इसीलिए गर्मियों के मौसम में इसका सेवन बहुत अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए

अश्वगंधा के कई सारे मॉडल बाजार में उपलब्ध है लेकिन बैद्यनाथ का अश्वगंधा काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है अश्वगंधा के फायदे प्राप्त करने के लिए आप चाहे तो पतंजलि अश्वगंधा का उपयोग भी कर सकते हैं

अश्वगंधा कई सारी बीमारियों को ठीक करने जैसे कि मानसिक तनाव ब्लड शुगर और इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने के लिए अश्वगंधा के फायदे लाभदायक है लेकिन अधिक सेवन से पेट खराब होने उल्टी मतली और कमजोरी थकान जैसी समस्या भी उत्पन्न हो सकती है

निष्कर्ष

अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसके कई सारे लाभ प्राप्त होते हैं अश्वगंधा के फायदे वैसे तो काफी ज्यादा है लेकिन यदि आप अश्वगंधा का उपयोग अधिक मात्रा में करते हैं तो यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है इसलिए आपको अश्वगंधा का सेवन अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर ही करना चाहिए

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